जिसकी दरिंदगी देख के
दुनिया का दिल दहल गया ।
पत्थर से पत्थर दिल तक
एकबारगी पिघल गया ।
जिसके लम्बे हाथों ने पकड़ा था
बड़ी मशक्कत के साथ उसे
मुँह पर सरेआम उसी के
कालिख मल गया ।
अँधा ये क़ानून, इसका
अदा करेगा वो रोज़ शुक्रिया
कि जिसके चलते उस जैसा वहशी भी
नाबालिग निकल गया ।