tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post1338745035494157413..comments2024-02-14T14:23:49.866+05:30Comments on कुमाउँनी चेली: है कोई ऐसा अनुवादकशेफाली पाण्डेhttp://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-14440952640620513042009-09-22T17:45:06.009+05:302009-09-22T17:45:06.009+05:30प्रभु की दया है कि बुकर को सिर्फ पुस्तक लिखा. कई त...प्रभु की दया है कि बुकर को सिर्फ पुस्तक लिखा. कई तो उसे "पुस्तककार" लिख देते!!<br><br>हिन्दी को ऐसे सेवकों से बचाना पडेगा!!<br><br>सस्नेह -- शास्त्री<br><br>हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है<br>http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttp://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-35143826272005040652009-09-22T17:28:20.991+05:302009-09-22T17:28:20.991+05:30उलझन है यह ।उलझन है यह ।हेमन्त कुमारhttp://www.blogger.com/profile/01073521507300690135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-71318434495081233422009-09-22T04:40:46.339+05:302009-09-22T04:40:46.339+05:30ई सब कमाल अनुवाद में होते रहता है...अनुवादक ने समझ...ई सब कमाल अनुवाद में होते रहता है...अनुवादक ने समझाने की पूरी कोशिश की है...और सबसे बड़ी बात है कि परीक्षा देने वाले लोग इस बात को समझ गये हैं कि क्या पूछा जा रहा है..एक बार इंटर में सभी छात्रों को क्लास में अनुवाद करने को कहा गया था...चैप्टर था गांधी जी इन लंडन....एक लड़के ने इसका अनुवाद किया था गांधी जी में लंदन....Alok Nandanhttp://www.blogger.com/profile/08283190649809379160noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-29285827850987110752009-09-22T00:20:58.739+05:302009-09-22T00:20:58.739+05:30अनाड़ी का खेलना..खेल का सत्यानाश...या फिर सवा सत्या...अनाड़ी का खेलना..खेल का सत्यानाश...या फिर सवा सत्यानाश?...<br><br>आपके हिसाब से क्या सही रहेगा?...राजीव तनेजाhttp://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-57536519599984865692009-09-21T23:03:48.945+05:302009-09-21T23:03:48.945+05:30मैं एक सरकारी विभाग में अनुवादक हूँ और इसमें सुधार...मैं एक सरकारी विभाग में अनुवादक हूँ और इसमें सुधार कर देता हूँ.<br>'बुकर प्राइज़' का सही अनुवाद होना चाहिए 'पुस्तकवाले का पुरस्कार'.<br>:)निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttp://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-75758469438400366202009-09-21T22:28:29.447+05:302009-09-21T22:28:29.447+05:30हमें खुद नहीं पता :)हमें खुद नहीं पता :)विवेक सिंहhttp://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-70765092968937551432009-09-21T21:53:42.838+05:302009-09-21T21:53:42.838+05:30क्षेत्र मेरे विचार सेअमेरिका ही होगाया होगा कोईविल...क्षेत्र मेरे विचार से<br>अमेरिका ही होगा<br>या होगा कोई<br>विलायती क्षेत्र।अविनाश वाचस्पतिhttp://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-76618225168425074232009-09-21T21:26:41.401+05:302009-09-21T21:26:41.401+05:30अनुवाद के स्तर पर ऐसी हास्यास्पद गलतियां कई जगह दे...अनुवाद के स्तर पर ऐसी हास्यास्पद गलतियां कई जगह देखने को मिल जाती है. मुझे याद है एक अखबार में इंडियन ओरिजिन के राष्ट्रपति को भारतीय बताया गया था जबकि उस जगह इंडियन से तात्पर्य लातीनी अमेरिकी देशों में रहने वाले मूल लोगों से था जिन्हें इंडियन कहा जाता है.sanjay vyashttp://www.blogger.com/profile/12907579198332052765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-10450798920921671572009-09-21T21:01:01.374+05:302009-09-21T21:01:01.374+05:30बड़ी बड़ी परीक्षाओं में छोटी छोटी गलतियां होती रहती ...बड़ी बड़ी परीक्षाओं में छोटी छोटी गलतियां होती रहती है। क्रिएटिविटी कहां नहीं होती। पेपर बनाने वालों ने भी क्रिएटीविटी करनी चाही होगी। आपकी पारखी नजर ने उसको पकड़ लिया।कुछ फिल्म जगत सेhttp://filmichitchat.blogspot.com/2009/09/blog-post.htmlnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-89158713147049305192009-09-21T20:39:41.068+05:302009-09-21T20:39:41.068+05:30का मा साब बस एक र ही छूट गया था...तो इससे कौन सा र...का मा साब बस एक र ही छूट गया था...तो इससे कौन सा र से रेल छूट गयी..उन्होंने सोचा होगा जिसे बूकर पता होगा उसे पुस्तकर भी पता होगा ही..बेचारे बूकर वाले..पता चला तो डूब जायेंगे..शायद अगली बार का पुरस्कार भी एक्स्टैंड ..माने स्थगित कर दें जी...अजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-38876779926569077812009-09-21T20:11:42.393+05:302009-09-21T20:11:42.393+05:30यह सब सिफारशों के कारण होता है.पेपर सेटर ,प्रिंटर ...यह सब सिफारशों के कारण होता है.पेपर सेटर ,प्रिंटर ,अधिकारी सब की मिली भगत हैविपिन बिहारी गोयलhttp://www.blogger.com/profile/08342317954084526608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-9675467358744548292009-09-21T19:50:30.740+05:302009-09-21T19:50:30.740+05:30अल्लाह मालिक है !!अल्लाह मालिक है !!अमिताभ मीतhttp://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-84604660125133829442009-09-21T19:02:09.273+05:302009-09-21T19:02:09.273+05:30दिल गार्डन-गार्डन हो गया :-)दिल गार्डन-गार्डन हो गया :-)प्रेमलता पांडेhttp://pasand.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-34290737042490984792009-09-21T18:59:19.028+05:302009-09-21T18:59:19.028+05:30High Higher Highest :-)High Higher Highest <br>:-)काजल कुमार Kajal Kumarhttp://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-49135753999053809072009-09-21T18:58:34.853+05:302009-09-21T18:58:34.853+05:30गलती बेचारे पेपर सैटर की भी नहीं है उसनेBook Booke...गलती बेचारे पेपर सैटर की भी नहीं है उसने<br>Book Booker Bookest के हिसाब से सोचा होगा.काजल कुमार Kajal Kumarhttp://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-40365352417275744362009-09-21T18:50:45.928+05:302009-09-21T18:50:45.928+05:30गम्भीर प्रश्न ................और क्या कहा जाय........गम्भीर प्रश्न ................और क्या कहा जाय..........ओम आर्यhttp://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-34578102970145012472009-09-21T18:38:20.119+05:302009-09-21T18:38:20.119+05:30पुरस्कार किसी क्षेत्र की हो मिलने वाली हो तो बताऊँ...पुरस्कार किसी क्षेत्र की हो मिलने वाली हो तो बताऊँ. वैसे प्रश्न गंभीर है.M VERMAhttp://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-62692712518114047402009-09-21T18:36:59.090+05:302009-09-21T18:36:59.090+05:30लगता है अनुवादक साहब अपने विषय क्षेत्र के अलावा ज्...लगता है अनुवादक साहब अपने विषय क्षेत्र के अलावा ज्ञान की बाकी सभी विधाओं में शून्य हैं और इसी लिए शब्दशः अनुवाद की जिद पर अड़ गए. क्या कहा जाये?निशाचरhttp://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-5216672607440430872009-09-21T18:32:13.753+05:302009-09-21T18:32:13.753+05:30जब तक प्रवेशार्थी अध्यापक बनेगा तब तक संशोधन करवा ...जब तक प्रवेशार्थी अध्यापक बनेगा तब तक संशोधन करवा लिया जायेगा चिंता छोड़ दें ।Ulookhttp://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com