tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post6263871484712666951..comments2024-02-14T14:23:49.866+05:30Comments on कुमाउँनी चेली: तोता, मिर्च और महिलाओं का सम्मान ....शेफाली पाण्डेhttp://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-84057377859730368052013-12-02T18:46:27.249+05:302013-12-02T18:46:27.249+05:30जो जैसा है, उसे समझाना आवश्यक है।जो जैसा है, उसे समझाना आवश्यक है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-65093922811283086852013-11-19T16:49:42.975+05:302013-11-19T16:49:42.975+05:30तुमसे कोई नहीं बच सकता :).
हम पुरुषों को '...तुमसे कोई नहीं बच सकता :).<br /> हम पुरुषों को ''चंट माल '' नहीं कह पाती हैं । हम यह भी नहीं कह पातीं कि '' रेप करने वाले न भारत में होते हैं, न इण्डिया में, बल्कि मंगल गृह से आते हैं' '। हम यह भी नहीं कहती हैं कि '' पति जवान हो चाहे बूढ़ा, मन का न हो किसी भी उम्र में मज़ा नहीं देता'' । और तो और यह कहते भी हमसे नहीं बनता कि '' पुरुष घरों से बाहर ही न निकलें तो बलात्कार जैसी घटनाएं नही होंगी ''<br />loved this bit the most.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-35741948386902080722013-11-19T16:29:37.819+05:302013-11-19T16:29:37.819+05:30बहुत ही सटीक.
रामराम.बहुत ही सटीक.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-58139302232037948502013-11-18T21:27:33.111+05:302013-11-18T21:27:33.111+05:30बहुत सुंदर ! तोते को बताना भी जरूरी है कि वो तोता ...बहुत सुंदर ! तोते को बताना भी जरूरी है कि वो तोता है !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-86437717784642683012013-11-18T20:35:34.906+05:302013-11-18T20:35:34.906+05:30बहुत खूब! जय हो!
ये बहुत जमी।
नवरात्र के दिनों ...बहुत खूब! जय हो!<br /><br />ये बहुत जमी।<br /><br /><b> नवरात्र के दिनों में लोग कन्या पूजन के दिन जिस श्रद्धा से कन्याओं के चरण स्पर्श करते हैं उसी श्रद्धा से बाकी दिन उसके शरीर के बाकी हिस्सों को स्पर्श करते हैं । </b>अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com