tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post7936522021973886903..comments2024-02-14T14:23:49.866+05:30Comments on कुमाउँनी चेली: जाना एक सरकारी ऑफिस में ....शेफाली पाण्डेhttp://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-75634800173203334042009-09-05T19:24:09.907+05:302009-09-05T19:24:09.907+05:30और अगर आप के पास पावर होती तो स्थिती बिल्कुल उलट ह...और अगर आप के पास पावर होती तो स्थिती बिल्कुल उलट होती, फ़िर इनकी चमड़ी रिश्वत की रकम से इतनी मोटी हो गई है कि इन्हें कोई असर नहीं पड़ता है। भगवान आपके पापा की पेंशन का टेंशन ले और उन्हें जल्दी मिले।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-18870125629205688822009-09-05T18:04:24.108+05:302009-09-05T18:04:24.108+05:30office ke kriya kalaapon ka sajeev chitaran....bad...office ke kriya kalaapon ka sajeev chitaran....badhaiसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-72119567276723317432009-09-05T17:09:01.866+05:302009-09-05T17:09:01.866+05:30आंखों देखा हाल बता दिया आपने।
{ Treasurer-S, T }आंखों देखा हाल बता दिया आपने।<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Treasurer-S, </a><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow"> T }</a>Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-19354429799263843302009-09-05T17:00:14.824+05:302009-09-05T17:00:14.824+05:30दस साल में आप इतना ही पता लगा पाये कि काम इलाहाबाद...दस साल में आप इतना ही पता लगा पाये कि काम इलाहाबाद में होगा?Manishahttps://www.blogger.com/profile/07335662336498803553noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-35650604600698534202009-09-05T11:59:51.390+05:302009-09-05T11:59:51.390+05:30प्रजातन्त्र में बाबुओं की मौज है।प्रजातन्त्र में बाबुओं की मौज है।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-43649437272987351332009-09-05T03:05:45.603+05:302009-09-05T03:05:45.603+05:30भगवान माफ करे इन सरकारी दफ्तरों से।भगवान माफ करे इन सरकारी दफ्तरों से।Nitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-61461099217372072922009-09-05T03:04:00.776+05:302009-09-05T03:04:00.776+05:30इसी को कहते हैं सरकारी दफ्तर, कई बार इन जगहों पर ज...इसी को कहते हैं सरकारी दफ्तर, कई बार इन जगहों पर जा चुके हैं। और ऐसे ही पंगे में पड़ चुके हैं। यदि गुस्सा हो जाओं तो फिर भूल जाओ कि कभी भी आपका काम होगा।Nitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-9830856665503300002009-09-04T23:37:02.781+05:302009-09-04T23:37:02.781+05:30हरिशंकर परसाई जी का व्यंग्य है: भोलाराम का जीव!!
...हरिशंकर परसाई जी का व्यंग्य है: भोलाराम का जीव!!<br /><br />उसे अवश्य पढ़ें. <br /><br />http://wikisource.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5_/_%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%88<br /><br />एकदम अपनी कहानी नजर आयेगी.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-61166842956994186892009-09-04T23:22:02.495+05:302009-09-04T23:22:02.495+05:30लालफीताशाही इसी को कहते हैँ....
वैसे सूचना के अध...लालफीताशाही इसी को कहते हैँ....<br /><br /><br />वैसे सूचना के अधिकार के अंतर्गत आप अगर उनसे कुछ पूछती हैँ तो उन्हें उत्तर देना ही पड़ेगाराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-92135117688174751772009-09-04T22:52:20.357+05:302009-09-04T22:52:20.357+05:30सूचना के अधिकार का प्रयोग तो करतीं आप फिर देखतीं य...सूचना के अधिकार का प्रयोग तो करतीं आप फिर देखतीं यही बाबू घर आते कागज, पेंशन लेकर। <br />वैसे देश चल ही बाबुओं के सहारे रहा है। अधिकारी तो मंत्रियों के साथ बैठे बैठे बैठकें किया करते हैं।राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-64439979598890250112009-09-04T22:30:57.459+05:302009-09-04T22:30:57.459+05:30बडी पीडादायक बात है कि इस उम्र के इंसान को पेंशन क...बडी पीडादायक बात है कि इस उम्र के इंसान को पेंशन के लिये इस तरह भटकना पडॆ और वो दस साल हो चुके है. क्या फ़ायदा ऐसी पेंशन का? आपने सटीक लिखा है. शायद अब आप मामले को देख रही हैं तो जल्द हल निकल आये. शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-58967661823068311942009-09-04T21:34:15.608+05:302009-09-04T21:34:15.608+05:30आप उस आफिस के कुछ चित्र भी मोबाइल में उतार लाते और...आप उस आफिस के कुछ चित्र भी मोबाइल में उतार लाते और उन्हें इस पोस्ट के साथ लगाते तो शायद काम तेजी से हो जाता। वैसे दिल्ली दूर नहीं है ... यह शुभ कार्य तो अभी भी करवाया जा सकता है। पर उन्हें न पता लगे तो बहुत आनंद आएगा।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-56301823914723349752009-09-04T21:20:50.356+05:302009-09-04T21:20:50.356+05:30आपने 'ऑफिस ऑफिस' धारावाहिक की याद दिला दी।...आपने 'ऑफिस ऑफिस' धारावाहिक की याद दिला दी।<br />बढ़िया (पोस्ट) :-)<br /><br />वैसे अगर अपनी पोस्ट्स को कुछ पैराग्राफ्स में बांट कर दर्शाएँ तो मुझ जैसों की रूचि बनी रहेगी, पढ़ने मेंAnonymousnoreply@blogger.com