tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post6759104447270698311..comments2024-02-14T14:23:49.866+05:30Comments on कुमाउँनी चेली: लो आया बचत का मौसम ....शेफाली पाण्डेhttp://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-47847239004644575462013-12-18T22:42:00.938+05:302013-12-18T22:42:00.938+05:30फ़िर से बांचा बचत पुराण। फ़िर जय हो। फ़िर से बांचा बचत पुराण। फ़िर जय हो। अनूप शुक्लhttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-57758472716393254672010-06-09T13:00:44.129+05:302010-06-09T13:00:44.129+05:30चत पर बहुत अच्छा लिखा आपने.. देखिये ना इंस्पायर हो...<b>चत</b> पर बहुत अच्छा लिखा आपने.. देखिये ना इंस्पायर होके मैंने 'ब' की बचत कर ली..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-72019172497046887922009-10-29T12:36:31.173+05:302009-10-29T12:36:31.173+05:30शेफाली जी, आज की पृ्ष्ठ भूमि को मध्यनज़र रखते हुए ...शेफाली जी, आज की पृ्ष्ठ भूमि को मध्यनज़र रखते हुए आपने जिस व्यंग्यपूर्ण तरीके से अपनी सोच को रखा है उसके लिये आप को बधाई एवम शुभकामनाये. आपने तीरो की जो बारिश की है आशा है उस से कुछ लोगो की सोच भीगी होगी, शायद तीर चुभे भी हो.Barthwalhttps://www.blogger.com/profile/10624244011547494333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-25169900326363954552009-10-10T13:15:32.009+05:302009-10-10T13:15:32.009+05:30आदरणीया शैफालीजी आपकी शैली व्यंग्यमय है सोचा उसी म...आदरणीया शैफालीजी आपकी शैली व्यंग्यमय है सोचा उसी में बात करूँ पर आपने हमारे ब्लॉग पर आकर हमारे लोटने को प्राणी विशेष से जोड़कर हमारी वहां भी दवा कर दी.ख़ैर हमें आपका अंदाज़ पसन्द आया. <br />सो सीधी सीधी कह रहे हैं कोई व्यंग्य नहीं.<br />हमें आपकी चौतरफा मार पसन्द आयी.<br />इसीलिए सत्यदेवी कहकर आपके श्रीचरणों में लोटकर दाद देदी.<br /><br />आप कुशल व्यंग्य लेखिका हैं फिर भी शब्दों को अभिदा में लेते हुए अर्थ घटन कर बैठीं. आपको पहुँचे किसी भी क्लेश के लिए क्षमा प्रार्थी हैं आशा हैं इसके उपयुक्त समझेंगी.<br />अनूप भैया सही कह रहे हैं हम आपकी शैली ही नहीं सोच के भी प्रशंसक हैं.<br />सुशीलाजी बिल्कुल सही कह रही हैं हम सचमुच आउटओफ डेट हैं. उनके लिए अपने शेर में कहूँ-<br /><br />मुझको पढ़ते अगर तो कोई बात थी,<br />बिन पढ़े ही मेरा तब्सिरा लिख दिया.<br />शेफालीजी आप हमारे ब्लॉग पर आयीं बहुत अच्छा लगा.<br />धन्यवाद.<br /><br /><br /><br />व्यंग्य और ग़ज़ल हमारे लेखन की विधायें हैं.ग़ज़ल में काफिये रदीफ बहर की वंदिशें हमें नियंत्रण में रखती हैं व्यंग्य लेखन के खतरें बहुत हैंsubhash Bhadauriahttps://www.blogger.com/profile/12199661570434500585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-8109981081563397012009-10-05T06:28:12.900+05:302009-10-05T06:28:12.900+05:30सुन्दर। कहां से कहां की बचत कर लेती हैं आप। धन्य ह...सुन्दर। कहां से कहां की बचत कर लेती हैं आप। धन्य हैं! इत्ती-इत्ती खुराफ़ात बचतों के बारे में आपै सोच सकती हैं। बधाई।<br /><br />सुभाषजी का तारीफ़ करने का यही अंदाज है। इसका बुरा न मानें।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-45806130066824166952009-10-04T23:23:29.069+05:302009-10-04T23:23:29.069+05:30बहुत मजेदार !!!!!!!!! शेफाली जी आप कहाँ तक पहुँच ज...बहुत मजेदार !!!!!!!!! शेफाली जी आप कहाँ तक पहुँच जाती हैं ? अरे भैया ! सुभाष जी को रोकिये ....वे तो बिल्कुलय आउट हो चुके हैं .सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-65674258310251855112009-10-03T19:00:00.423+05:302009-10-03T19:00:00.423+05:30आदरणीय सुभाष जी ...आप व्यंग्य कर रहे हैं या तारीफ ...आदरणीय सुभाष जी ...आप व्यंग्य कर रहे हैं या तारीफ ....समझ में नहीं आ रहा है ...यूँ तो हम श्रीमती हैं , हमारे चरणों पर लोटने को हमारे ही श्री काफ़ी हैं ....और किसी की हमें आवश्यकता नहीं है ...शेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-84844120323782068512009-10-03T15:50:23.530+05:302009-10-03T15:50:23.530+05:30मजेदार साक्षात्कार।
Think Scientific Act Scientifi...मजेदार साक्षात्कार।<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">Think Scientific </a><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">Act Scientific </a>Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-75169611645321434712009-10-03T15:26:56.873+05:302009-10-03T15:26:56.873+05:30धन्य हें मास्टरनी जी आप.
एक ही तीर से कई शिकार ( न...धन्य हें मास्टरनी जी आप.<br />एक ही तीर से कई शिकार ( नेता, मंत्री, युवा, टी वी कलाकार, अध्यापक, कवि, सहियकार और ब्लॉगर्स ) कर डाले,<br />बहुत ही सटीक व्यंग है हमेशा की तरह.anupam goelhttps://www.blogger.com/profile/12699485296637634286noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-13182224966734251062009-10-03T12:43:35.152+05:302009-10-03T12:43:35.152+05:30बहुत कटाक्ष पूर्ण व्यंग...एक साथ बहुत सी बातें ...बहुत कटाक्ष पूर्ण व्यंग...एक साथ बहुत सी बातें ली हैं...और सबके साथ न्याय किया है...<br /><br />मज़ा आया पढ़ कर....बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-64619590421015560882009-10-03T09:22:51.972+05:302009-10-03T09:22:51.972+05:30ब्लॉगलोक में जहां चोट्टे और चोट्टियों की बोलबाला ह...ब्लॉगलोक में जहां चोट्टे और चोट्टियों की बोलबाला हैं दूसरे का माल उड़ाकर अपना ठप्पा लगा ठेल कर रहे हैं.<br /> <br />चेले और चेलियां गुरु की लंगोटी में सिद्ध प्राप्त कर रहे हैं बदले गुरु कविता खुद लिखकर अपनी प्रिये के नाम से छाप रहे हैं.<br />अपने गिरोह से टिप्पड़ियां टिपवाकर ब्लागजगत के मदारी गदगद हैं.<br />ब्लॉग सुंदरियों को कविता पर नहीं फोटो पर दाद लुटायी जा रही हो.<br />वहाँ हे सत्यदेवी आप के सत्यवचनों को सुनकर हमें आशा बँधी है कि हमारे जैसे ब्लॉग जगत के पापियों का मोक्ष निकट ही है आपके श्रीचरणों मे लोटने को जी चाहता है. <br />बोलो सत्यदेवी की जै.<br />आपकी पोस्ट पर दूसरी बार आया हूँ आज अपने को रोक न सका.subhash Bhadauriahttps://www.blogger.com/profile/12199661570434500585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-55812601447334030282009-10-03T02:40:38.323+05:302009-10-03T02:40:38.323+05:30लाजवाब व्यंग्य.....एक ही पोस्ट में सबको लपेट लिया ...लाजवाब व्यंग्य.....एक ही पोस्ट में सबको लपेट लिया ।Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-41762821555753838972009-10-03T00:33:04.515+05:302009-10-03T00:33:04.515+05:30गान्धी जयंती पर यह व्यंग्य सही है ।गान्धी जयंती पर यह व्यंग्य सही है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-73716144854661485682009-10-02T22:51:59.117+05:302009-10-02T22:51:59.117+05:30हांय आजकल चित्रगुप्त और इश्वर भी इसी काम में लगे ह...हांय आजकल चित्रगुप्त और इश्वर भी इसी काम में लगे हैं.....मा साब आप जो न करें..बताईये तो ..अब हो गया उपर का हिसाब किताब..इश्वर से कहिये ..कुछ दिनों के लिये ..बिग बौस में शामिल हो जायें..बिग बी के साथ...तबियत भी ठीक रहेगी उनकी...हां बेचारे उन ब्लोग्गर्स पर तो निरा तुषारापात किया आपने..बताईये..अब वे क्या करेंगे..कहां से लायेंगे आईडिया..अब मियां हलकान की डायरी हर किसी के हाथ तो आने से रही...बाप रे कोई इसी टीप को मुद्दा न बना ले..चलता हूं...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-7612685607748527832009-10-02T22:10:25.042+05:302009-10-02T22:10:25.042+05:30राखी सावंत पहले कपडों की बचत करती थी अब पैसों की क...राखी सावंत पहले कपडों की बचत करती थी अब पैसों की कर रही है...<br />भागवन ने भी उसे अक्ल देते समय भयंकर बचत अभियान चला रखा था शायद..Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-56960864574997186602009-10-02T22:07:51.918+05:302009-10-02T22:07:51.918+05:30बहुत खुब लाजवाब रचना है।बहुत खुब लाजवाब रचना है।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-30135262746084878902009-10-02T22:00:48.390+05:302009-10-02T22:00:48.390+05:30लाजवाब व्यंग, शुभकामनाएं.
रामराम।लाजवाब व्यंग, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम।ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-58785442765621201122009-10-02T21:15:04.757+05:302009-10-02T21:15:04.757+05:30जबरदस्त व्यंग्य. मै भी खर्च की डायटिंग के बारे मे ...जबरदस्त व्यंग्य. मै भी खर्च की डायटिंग के बारे मे सोचने लगा.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-63424259786188998552009-10-02T21:00:25.607+05:302009-10-02T21:00:25.607+05:30सुन्दर पोस्ट है।
जन्म-दिवस पर
महात्मा गांधी जी और...सुन्दर पोस्ट है।<br /><br />जन्म-दिवस पर<br />महात्मा गांधी जी और <br />पं.लालबहादुर शास्त्री जी को नमन।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-19830888845630954072009-10-02T20:31:40.353+05:302009-10-02T20:31:40.353+05:30ऐसा ही सच सच लिखती रहेंगी तो लोग आपको भी घेर के आप...ऐसा ही सच सच लिखती रहेंगी तो लोग आपको भी घेर के आपके खिलाफ़ नारेबाज़ी करेंगे।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-81008912475480367752009-10-02T20:12:36.764+05:302009-10-02T20:12:36.764+05:30जे बात ..अब देखिये कितनी पार्टी आप पर डी फेम का मु...जे बात ..अब देखिये कितनी पार्टी आप पर डी फेम का मुकदमा ठोकती है .....वैसे सुना है यू पी के कोषाध्यक्ष भी किसी घपले की वजह से हटाये गए हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-2937290992306520522009-10-02T20:11:18.863+05:302009-10-02T20:11:18.863+05:30हर बार की तरह इस बार भी तीखा व्यंग्य...
एक ही पोस...हर बार की तरह इस बार भी तीखा व्यंग्य...<br /><br />एक ही पोस्ट में कईयों को लपेट दिया...याने कि बचत ही बचत राष्ट्रीय बचतराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-1794928960531915022009-10-02T19:46:30.270+05:302009-10-02T19:46:30.270+05:30बिल्कुल ठीक किया
मुक्कदमा होना भी चाहिये था
ईश्व...बिल्कुल ठीक किया <br />मुक्कदमा होना भी चाहिये था <br />ईश्वर को भी अक्ल आने लगी है लगता हैसुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4617131179721652615.post-34616471813340810402009-10-02T19:43:31.351+05:302009-10-02T19:43:31.351+05:30बचत की झन्नाटेदार चपत
टिप्पणी की पोस्ट बनाने वा...बचत की झन्नाटेदार चपत<br />टिप्पणी की पोस्ट बनाने वाले ब्लॉगर सावधान<br />चटपटी बचत या झटपटी चपत।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com