प्रसन्न हो गए हम अति
आज के अखबार को देखकर
तीनों ही लडकियां थीं
पहुँची थी जो टॉप पर
और टीचर हैं हम सरकारी
तनखा उड़ाते हैं हराम की
आज का लेक्चर इसी पर दूंगी
ऐसी तेसी लेसन के प्लान की
कक्षा में दिखाई हमने
फ्रंट पेपर की कटिंग
देखो तुम लड़कियों
बहिनें तुम्हारी
किधर जा रहीं हैं
कोई उड़ती आकाश में
कोई देश को चलाती
और कोई टॉप पर टॉप
किये जा रही है
बोली लडकियां एक सुर से
रहने दो, बात हो गयी यह
बहुत ही पुरानी
दूर दूर रहते हैं हम
फ्रंट पेज से
पेज थ्री पर अटकती है
जान ये हमारी
टॉपलेस का ज़माना
अब आ गया है
टोपर की तो देखिये
शकल है कितनी बेचारी
दिन रात डूब कर किताबों में
आँखें देखो कैसी सूज गईं
दो तो हैं शादीशुदा इनमे से
पतियों की तो किस्मत ही फूट गयी
और टॉप कर के
भला क्या ये कर लेंगी
डी.एम्. बन जाएंगी कहीं दूर और
जिस कागज़ पर कहेगा मंत्री
चुपचाप साइन कर देंगीं
करने में साइन गर
करेंगी ज़रा भी आनाकानी
साल में चौबीस होंगे तबादले
याद आ जाएगी बैठे - बैठे
प्यारी सी वो नानी
कमाएंगी जितना ये टोपर महीने में
एड़ियों को अपनी घिस- घिस कर
एक ही शो में बटोर लेंगी हम
टॉप को अपने धरा पर गिरा कर
करने में साइन गर
करेंगी ज़रा भी आनाकानी
साल में चौबीस होंगे तबादले
याद आ जाएगी बैठे - बैठे
प्यारी सी वो नानी
कमाएंगी जितना ये टोपर महीने में
एड़ियों को अपनी घिस- घिस कर
एक ही शो में बटोर लेंगी हम
टॉप को अपने धरा पर गिरा कर
पहुँच गया गुस्सा हमारा
सातवें आसमान पर
मत करो तुम बराबरी लड़कियों
उनको मिलता धन, यश और सम्मान है
उनके जैसी करी होती मेहनत तुमने तो
आज ना चलाती होतीं ऐसी तुम जुबां ये
तुनक कर बोली एक चंडी , दुर्गा, महाकाली
आपका तो भेजा हो गया एकदम ही खाली
और समझती हो तुम क्या मैडम अपने आप को
टॉपलेस होने में कितनी है मेहनत
जूस में ही जिंदा रखना पड़ता है अपने आप को
और यश की तो बात तुम
मत करो ज़रा सी भी
यश चोपड़ा खुद पिक्चरों के
ऑफ़र ले आते हैं
बिग बॉस, रियलिटी शो की
शान हमसे होती है
बिना कोई खर्चा किए
हम सेलिब्रिटी बन जाते हैं
समझ गए हम अब तक
इनको समझाना तो बिलकुल ही
टेढ़ी खीर है
टॉपलेस होने की होड़
मची हुई है चारों ओर
नए ज़माने की यह कैसी तस्वीर है?
hay.....maar dala....
जवाब देंहटाएंपर सोनिया जी इसकी अपवाद हैं
जवाब देंहटाएंछात्राओं को कहें कि उनसे प्रेरणा लें
और सरदारों पर भी अपना असर
कैसे कायम किया जाता है
इस गुर को भी सीखें
वो दिन दूर नहीं जिस दिन बेटे से ज्यादा माता-पिता बेटी की कामना करेंगे.........
जवाब देंहटाएंहर क्षेत्र मैं सक्षम........
अच्छा कहा है....
अक्षय-मन
आधुनिक विचार !!
जवाब देंहटाएंकुछ और शब्द भी सुझाईये। कब तक लिखना पड़ेगा।
जवाब देंहटाएंबढ़िया, बेहतरीन
लडकिया टाप पर और लड़के टापते रह गए:)
जवाब देंहटाएंgazab...waah....sundar....waakyi topless...!!
जवाब देंहटाएंtaap taap kee post par,
जवाब देंहटाएंbatlaaiye ham kaise kuchh teep dein..
पोस्ट भी टाप की है।
जवाब देंहटाएंtop class post hai ji
जवाब देंहटाएंvery nice comic poem..
जवाब देंहटाएंआप भी क्या सिखाने चली थी,
नयी युवा पीढ़ी को,
जिसेआधुनिकता की बीमारी है,
और जो फैशन की मारी है.
बहूत अच्छा लिखा है...........आज के समयानुसार कहा है
जवाब देंहटाएंumda aur mzedaar.
जवाब देंहटाएंशैफाली जी,
जवाब देंहटाएंटॉप पर है टॉपलैस
या टॉप है पर लैस
पेज वन किसी की चाहत नही
पेज थ्री पर ही मिलता है कैश
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
आज के समयानुसार बढिया रचना
जवाब देंहटाएंटॉप और टॉपलेस दोनो होने में बड़ी मेहनत लगती है. आगे पसन्द अपनी अपनी...किसे क्या चाहिए.
जवाब देंहटाएंwaah,bahut jaandaar !
जवाब देंहटाएंkya pratham rashmi ka aana rangini kavita bhej sakti hain?
badhiya vyang rachna hai.
जवाब देंहटाएंअतिउत्तम व्यंग रचना. सरकारी टीचर से लेकर वर्तमान सोच तक सब पर तीक्ष्ण प्रहार :)
जवाब देंहटाएंआज कल के मोडर्न बच्चों को कभी नसिहत न दें।
जवाब देंहटाएंवाह वाह जी क्या कमाल है आपकी कविता
जवाब देंहटाएंसटीक अभिव्यक्ति है
अहा...
जवाब देंहटाएंaanand aa gaya
जवाब देंहटाएंkavita talkh haqiqat ko bikher rahi hai aapki
khoob kataksh kiya hai
bandhaii ho
Shaifali ji ! aaz bahut sari rachnayen padi aapki....sab ek se badkar ek hain..or ye to bas lajabab..bahut sateek vyang.
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