मर्यादा है, गर्व भी है।
संसद बनाने वालों के पास कोई अधिकार नहीं..बहुत बढ़िया अभिव्यक्ति...
बहुत सुन्दर चिंतन| धन्यवाद|
ताऊओं को समस्त अधिकार जन्मजात प्राप्त रहते हैं.रामराम
ताऊ कुछ भी कर सकते हैं.रामराम
गर्व भी रिज़र्व है
क्या बात है...
चकाचक है!धूमिल ने लिखा है:हमारे देश की संसद तेली की वह घानी हैजिसमे आधा तेल हैऔर आधा पानी है। :)
सुन्दर चिंतन,आभार.
सटीक व्यंग ..
मर्यादा है, गर्व भी है।
जवाब देंहटाएंसंसद बनाने वालों के पास कोई अधिकार नहीं..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया अभिव्यक्ति...
बहुत सुन्दर चिंतन| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंताऊओं को समस्त अधिकार जन्मजात प्राप्त रहते हैं.
जवाब देंहटाएंरामराम
ताऊ कुछ भी कर सकते हैं.
जवाब देंहटाएंरामराम
गर्व भी रिज़र्व है
जवाब देंहटाएंक्या बात है...
जवाब देंहटाएंचकाचक है!
जवाब देंहटाएंधूमिल ने लिखा है:
हमारे देश की संसद
तेली की वह घानी है
जिसमे आधा तेल है
और आधा पानी है। :)
सुन्दर चिंतन,आभार.
जवाब देंहटाएंसटीक व्यंग ..
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