अचानक आज क्या हो गया कि ...
पहली बार
कुत्ते का बर्तन
खाली रह गया ।
दरवाज़े से गाय
भूखी चली गयी ।
चिड़ियों को चावल
नहीं बिखेरा किसी ने ।
बिल्ली के पंजे में
छटपटाता दम तोड़ गया
कबूतर ।
आज ये सहसा क्या हो गया कि ....
दाल में छौंक लगने की
आवाज़ नहीं आई ।
कपडे तारों से उतारे जाने की
राह देखते रहे ।
खून चूसते रहे मच्छर
बेधड़क होकर,
लाल हो गया
मासूम बच्चों का जिस्म ।
मच्छरदानी तानने वाले हाथ
उठे ही नहीं आज ।
सच मानिए, आज पहली बार
इस घर के इतिहास में
कामवाली बाई
बिना चाय के चली गयी ।
यह ब्रेकिंग न्यूज़
कहीं फ्लेश नहीं हुई क्या ?
कि इसी दुनिया के किसी कोने में
कहीं एक औरत उदास बैठी है । [ मास्टरनी की डायरी से ]
जब इतने सारी बातें नही हुई तो अवश्य ही कोई ना कोई कारण मौजूद रहा होगा. बहुत सटीक.
जवाब देंहटाएंरामराम.
ek aurat ke udaas hone se .... tham gaya sab
जवाब देंहटाएंकितना कुछ ब्रेका, ब्रेकिंग ख़बर तो बननी थी।
जवाब देंहटाएंसचमुच शेफ़ाली, एक औरत के उदास बैठ जाने से घर की दुनिया तो थम ही जाती है. बहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंमास्टरनी की संवेदनशील डायरी।
जवाब देंहटाएंवाह! क्या खूब लिखा |
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