कुछ चिरकुट से शेर .....
 सूने पन से त्रस्त हूँ 
 वैसे बेहद मस्त हूँ 
 करीने से सजा है मकां मेरा 
 मैं इसमें अस्त व्यस्त हूँ 
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 वो नंबर बन के 
 मेरे पर्स में रहता है 
 खुद को कहता है आवारा पंछी 
 और मेरी मुट्ठी में कैद रहता है 
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 तेरी ख्वाहिश, तेरी आरजू 
 तेरी तमन्ना , तेरी जुस्तजू 
 तूने भी कहा चीख कर 
 दुनिया के साथ -साथ 
 बेरोजगार हूँ मैं , बेकार हूँ मैं 
  
