मंगलवार, 18 अक्तूबर 2011

कोई मुझे बताए कि ऐसा क्यूँ है .......

कोई मुझे बताए कि ऐसा क्यूँ है .......
 
जिसे चुप रहना चाहिए देश के सुकून की खातिर,  अमन ओ चैन की खातिर, जिसकी चुप्पी से  चारों ओर सुख और शांति होती है,  वह हर बात पर  बोलता क्यूँ है ?
जिसे सुनना चाहती है दुनिया सारी, जिसकी आवाज़ है ताकत हमारी, जिसके बोलने से क्रान्ति होती है, वह आज दुखी होकर मौन क्यूँ है ?
 
जिसे अस्पताल में इलाज़ चाहिए,  वक्त पर दवाएं  और एक अदद बिस्तर चाहिए, अपनापन, प्रेम, मीठे बोल, दया,करुणा, रुपया पैसा और हर तरह की सुविधा चाहिए, वह सड़क पर दम तोड़ता क्यूँ है ?
 जिसे जेल में  होना चाहिए, ज़मीन पर सोना चाहिए,  जो कल तक बिलकुल ठीक था, हँसता था, मुस्कुराता था, सत्ता के नशे में चमचमाता था,  सजा मिलते  ही उसको उसको दर्दे - दिल, दर्दे जिगर होता क्यूँ है ? बनके वी. आई. पी.  वह चैन से बिस्तर में सोता क्यूँ है ?