सोमवार, 27 मार्च 2017

बहुत दिनों बाद एक पैरोडी --------

यू पी में खेल हुआ बच्चे सा 
मिट्टी के घर जैसे ओ कच्चे सा 

हाथी को मारा धप्पा 
ई ई ई ई 
साइकिल सर पर रख दौड़े 
और फेंका चक्का -चक्का 
भागे जैसे भगौड़े 
खुल गया भेद कच्चे चिट्ठे सा । 

यू पी में खेल हुआ बच्चे सा
जड़ में पड़ गए मट्ठे सा ।                          

वोटों का पहाड़ चमके जैसे चन्दा मामा 
देवबंद की जीत लागे जादू कारनामा 

वोटर की शान्ति से खाए गच्चे सा ।                             

यू पी में खेल हुआ बच्चे सा 
मिट्टी के घर जैसे ओ कच्चे सा ।