ये हंस दें तो झरने बहने
लगते हैं
मुस्कुरा दें तो सूरज चमकने लगते हैं
जिनकी बातों में उतरते हैं सात सुर
इनके आगे इन्द्रधनुष फीके लगते हैं
क्यूँ न इनके जीवन से यह नागफनियाँ हटा दें
'
गुड', '
बैड', '
नीट', '
क्लीन' को मिटा दें
हथेलियों पे उतार दें चाँद-तारे
फूल-पत्ती व पंखों
से बस्ते सजा दें
फ़िर देखना क़ायनात शरमा जायेगी
रात को गहरी नींद आ जायेगी
होंठो पे उतरेगी भोर की लाली
हर तरफ़ ------ की खुमारी छा जाएगी
kya bat hai app to bahut achha likhati hai
जवाब देंहटाएंबिटिया को तमाम आशीष!
जवाब देंहटाएंlove to little angel..!
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