चाँद अपने वतन क्यूँ अचानक लौट आया ....साथियों क्या किसी ने इस विषय पर सोचा ? नहीं सोचा होगा ...लेकिन हमने सोचा ..सोचा नहीं बल्कि पता लगाया अपने खुफिया सूत्रों से ..........
सोलह कलाएँ
दिखाने का,
चाँद को
निकलने का,
मौका
ब्रिटिश राज में
आज भी नहीं
मिलता है
भारत की
फ़िज़ा में
उसका
लौट आना
आज भी
यही सिद्ध
करता है
२- क्या बाल श्रम वाकई अपराध है ?
बच्चों की
नई नवेली
फौज को
संसद में
देखकर
उनके माथे
पर पसीना
आ गया
गद्दी को
खिसकता देख
बाल श्रम
पर रोक
का कानून
याद आ गया ....
खुफिया और विश्वस्त सूत्र के लिए खुफिया बधाई।
जवाब देंहटाएंनई सोच बढिया है....
जवाब देंहटाएंक्या बात है..आनन्द आ गया इस खुफियाना अन्दाज पर!! जिओ!!
जवाब देंहटाएंसोच सुंदर है।
जवाब देंहटाएंलाजवाब जी.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत अच्छा..
जवाब देंहटाएंदोनों के दोनों बहुत सुंदर .
जवाब देंहटाएंbahut hi kasi huee rachna .........bhawo ko dur tak pahucha ahi hai...............bahut badhiya
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा......दोनो के दोनो बेहतरीन.
जवाब देंहटाएंwaah !!
जवाब देंहटाएंदोनों ही बेहतरीन। बढ़िया।
जवाब देंहटाएंbahut sundar
जवाब देंहटाएंrachnaaon men gahraayi hai
वाह !!
जवाब देंहटाएंrachnaaeiN achhi haiN...
जवाब देंहटाएंaakarshit karti haiN....
badhaaee . . . .
---MUFLIS---