सिर्फ और सिर्फ टिप्पणियों की बदौलत
पूरी हुई सौ पोस्ट की यह दौलत ...
ब्लॉग जगत के मेरे साथियों आज अपनी यह सौवीं पोस्ट मैं अगर लिखने के काबिल हुई हूँ ...तो वह सिर्फ आप लोगों की टिप्पणियों के कारण ....पिछले सात आठ सालों के दौरान ,जब जिन्दगी अपने भयावह दौर से गुज़र रही थी तब पेन को छूते हुए भी डर लगता था ....लगता था कि कभी भी कुछ नहीं लिख पाउंगी ..शब्दों से नाता लगभग छूट ही गया था ...अपनी पिछली रचनाओं को देखकर विश्वास ही नहीं होता था कि ये मैंने ही लिखी है ......जिन्दगी यूँ ही गुज़रती जा थी कि तभी इन्टरनेट की दुनिया से रूबरू हुई ....और फिर से कुछ लिखने का मन किया ...
जो लोग टिप्पणियों को लेकर आये दिन कुछ ना कुछ लिखते रहते हैं ....उन लोगों से यह कहना चाहती हूँ ...कि जब एक औरत कुछ लिखती है, अपनी बात कहती है ...तो एक एक लाइन लिखने में उसे कई कई मोर्चों पर लोहा लेना होता है ,कई तरह की ज़ंग जीतनी होती है ...इसीलिए इसे आसान ना समझें .....
खैर...... अपनी सौवी पोस्ट समर्पित की है मैंने..... बहन ......पाखी सावंत ......को
मिला स्पोंसर
रचा स्वयंवर
बरसे नोट
जमकर
दूल्हा हंट
दुल्हन चंट
ज़ुबान करेंट
पब्लिसिटी स्टंट
ना बिफोर
ना आफ्टर
बेस्ट कॉमेडी
बेजोड़ लाफ्टर
गुड्डों का खेल
जी भर के खेल
बचपन की कसर
जवानी में पूरी कर
पहले डेटिंग
फिर मीटिंग
कर सेटिंग
फिर चेटिंग
फिर
अंत काल तक
वेटिंग ही वेटिंग
ढूंढें सच्चा प्यार
पहली पहली बार
इस चमत्कार को
नमस्कार
इस चक्कर में
बन गए सब के सब
अदाकार
शॉक पर शॉक
गुड्डे करें
कैट वॉक
ताली पीटे फॉक्स
झूमे नाचे गाए
मीका मीका मीका
किस बिल्ले के भाग से
फूटेगा ये क्रेक
वाला छींका
बन जा मजनू
और फरहाद
नकली मुखौटे
सिर पर लाद
उमड़ा प्रेम सच्चा
छोड़ा बीबी बच्चा
शकल है भोली
दिल से निकला लुच्चा
गुदवा टेटू
दे दे हाथ
तर्क करे तो
रास्ता नाप
ढूंढ अंगूठी
थाल में
पप्पी मत देना
भूले से भी
गाल में
प्रश्न - उत्तर के
जाल में
फंस गए
बबाल में
सरिया तोड़
गर्दन मरोड़
भीख मांग कर
कर गठजोड़
अभिषेक से
है ठनठन
कैसे बनेगी
दुल्हन ,
जैसे
ऐश्वर्या बच्चन
लिख पत्रों में प्रेम
खेल दिलों के गेम
शेरो शायरी
अन्ताक्षरी
मार डांस पे
चांस
आग का दरिया
या
फेम का जरिया
अजब प्रेम का
गज़ब नजरिया
कर जा पार
ओ ! देश के
कर्णधार
जिसकी हिस्ट्री में
मिस्ट्री ही मिस्ट्री
वो देखे डांस में
केमिस्ट्री
फीसिकल रिलेशन
नोन्सेन्स कुएश्चन
रहते थे एक साथ
अच्छे दोस्त थे हम
पूछो सच्ची बात तो
आँसू ही आँसू
आइडिया निकला धाँसू
कनटरोवर्सी क्वीन
हुआ यकीन
संघर्षों की मारी
बेचारी, दुखियारी
बात पते की
कहती हूँ अंत में
ओ ! आधुनिक नार
आंसुओं को अपने
मत बना हथियार
औरत की जिन्दगी
तलवार की धार
दुनिया में अकेली
तुम ही नहीं
हर आँचल में
रहते है छुपे
आँसू कई हज़ार
और अब बहन पाखी
मान सलाह मेरी
कहती है कुमांउनी चेली
इमेजिन का
हाथ छोड़
सोनी से
नाता जोड़
मलेशिया में
इनको छोड़
बिच्छू, साँप
कीड़े - मकौड़े
मिला के सबको
तले पकौड़े
खेले कबड्डी
तोड़े हड्डी
लपेटे भुजंग
बजाए मृदंग
पूरे एक दिन
रहे फिज़ा के संग
वही शूरवीर
वही कर्मवीर
झेल सकेगा
इस शादी
की पीर
बचा होगा
जो एक
बनेगा दूल्हा
नेक
उसका हो
'अभिषेक'
काटे वही
शादी के केक
चेली ...पहली सेंचुरी मुबारक हो..लो पहले बताते....बताओ कित्ती तिप्पियाँ और चाहिए..दूसरी सेंचुरी के लिए..हम धडाधड टीप देते हैं...
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना .. सौंवी पोस्ट की बहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंलो भई, ये हुई न शतक सम्राज्ञि...जय हो. बहुत बधाई और अनेक शुभकामनाऐं..नियमित लिखते रहो और जल्दी सूचित करो..अगला शतक!!
जवाब देंहटाएंbadhaaaaaiiiiiii X 100 = BBBBBBBBBBBBBBBBBBBAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAADDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHHAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIII.
जवाब देंहटाएंGINIYEGA nahin.
शतक की बधाइयां और बेहतरीन रचना की भी। आपकी कलम चलती रहे।जितनी चाहे उतनी टिप्ण्णी भिजवा देंगे थोक के भाव से।
जवाब देंहटाएंशतक पर बहुत बहुत बधाइयाँ।
जवाब देंहटाएं---------------
जवाब देंहटाएंcongratulations
----------------
बहुत अच्छा लिखा है आपने। भावपूर्ण विचारों की कलात्मक अभिव्यक्ति सहज ही प्रभावित करती है । भाषा की सहजता और तथ्यों की प्रबलता से आपका शब्द संसार वैचारिक मंथन केलिए भी प्रेरित करता है।
मैने अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-शिवभक्ति और आस्था का प्रवाह है कांवड़ यात्रा-समय हो तो पढ़ें और कमेंट भी दें-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
rachana bhi bahut khub aur 100 post ke liye badhai bhi.
जवाब देंहटाएंपाखी को पाती मुस्कराहट ले आई
जवाब देंहटाएंब्लॉग पोस्टों के शतक की बधाई
हम तो पढ़ते हैं लेकिन टिप्पणी नहीं करते
क्योंकि
उलझन रहती है हर बार
क्या लिखें बार बार
कि वाह, वाह और वाह!
सौ वीं पोस्ट की बधाई!
जवाब देंहटाएंगुरू समीरानन्द और
आशीष से आशीष लेना मत भूलना।
इस रचना में तो सेंचुरियन रंग भी दिखे। बधाई।
जवाब देंहटाएंसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
शतक मुबारक!
जवाब देंहटाएंसौवी पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाये जल्दी दूसरी सेचुरी पूरी करें
जवाब देंहटाएं100 vi post par badhaaiyaa.
जवाब देंहटाएंek lambi-manmohak rachna ke saath aapko padhh kar achha laga.
rachnakaar chahe aourat ho yaa purush use kai morcho par lohaa lenaa hi padhhtaa he, aap mahilao ke saath kuchh jyada esa hota he/me maantaa hoo, kintu me yah bhi maanataa hoo ki lekhan sirf tiippani ke liye hi nahi hota, aap apni baat jab kah rahi hoti he to likh kar kah chuki hoti he, ab ye apeksha ki koi dekhe-padhhe aour apni tippani de, yah doosare prakaar kaa moh ho jata he. lekhako ke saath esa moh lagaa rahata he, vo bhi kyaa kare.. kintu aatmsantushti prapt tabhi ho sakti he jab ham apne dil ko khol kar rakh de aour mukt ho jaaye andar hi andar sikudate rahne se..// shayad dairy aadi lekhan ka yahi ochitya hota he/ fir bhi..knhi to vistaar paane ki lalak hoti hi he// chaliye achha lagaa jo aapne shatak lagayaa/ likhti rahe...meri shubhkamanaye he.
शतक पर शतक लगाते रहिये. प्रथम सैकडे की बहुत बधाई और शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
आने वाली 1000वीं पोस्ट की भी आपको अग्रिम बधाई। पाखी सावंत की ये स्वयंवर कथा बहुत बढिया रही...बेहतरीन्!!!
जवाब देंहटाएंऐसे ही लिखती रहें, पढने वाले हजार हैं।
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
पहले तो बधाई ले लें और आप इसी तरह प्रगति पथ पर अग्रसर रहें, यह हमारी शुभकामना है.
जवाब देंहटाएंसौवीं पोस्ट की बहुत बहुत बधाई...आज के स्वयंवर पर तीखी चोट करती आपके ये रचना बेजोड़ है...बहुत मजा आया पढ़ कर...
जवाब देंहटाएंनीरज
मजेदार...! १०० वीं पोस्ट की बधाई
जवाब देंहटाएंगज़ब!!!!!!!!!!!!!!!!!! राखी सावंत को आपने मखमली जूते गिन -गिन भेंट किये .......बधाई .....१०० वीं पोस्ट की भी बधाई
जवाब देंहटाएंआपकी साधना पूरी हो- शुभकामनाएं॥
जवाब देंहटाएं१०० वीं पोस्ट की बधाई ,
जवाब देंहटाएंअगर लाइनों के हिसाब से देखा जाय तो आपने बहुत सारी जंग जीत लीं हैं और बहुत सारा लोहा भी जमा कर लिया होगा उसके लिए अलग से बधाई !
वैसे तो यही एक पोस्ट
जवाब देंहटाएं1000 के बराबर है
फिर भी आप कहती हैं
तो मान लेते हैं हम सौवीं।
महिलाओं का कहना
मानना पड़ता है न।
जंगे पोस्ट के लिए
स्वीकारें बधाई बारंबार।
100 vi post mubarak badhaai
जवाब देंहटाएंबधाई...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना। सौवीं पोस्ट मुबारक हो। यूँ ही लिखते रहे...
जवाब देंहटाएंAji mubarak ho Century...Rakhi savant (Wahi apki Pakhi Sawant)ko bhi kuchh run de dijiye, taki unka bhi uddhar ho jay.
जवाब देंहटाएंबधाई। बहुत बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंलगता है आप पाखी सावंत की बड़ी फेन हैं शायद इसलिए आपने अपनी सोवीं पोस्ट उनके नाम कर दी है खेर जो भी हो रचना बड़ी ही मजेदार रही लाजवाब !
जवाब देंहटाएंशतक पर बहुत बहुत बधाइयाँ।
जवाब देंहटाएंkya jabardast summary ki hai !waah!
जवाब देंहटाएं-----
lagta hai sare episode dekhe hain aap ne...
ha! ha! ha!
ye reality show ke naam par hamen bewkoof banaate hain aur ham bhi bewkoof bante hain...
----------
Sony wala idea sahi...imagine par sirf imagine karti rah jayegi...
हा हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंवाह मजा आ गया !
बहुत बहुत बधाइयाँ कुमोनी चेली को .....
जवाब देंहटाएंबहुत खूब कहा है ......मज़ा आ गया पढ़ के :)
बधाईयां...बधाईयां...
जवाब देंहटाएंसौवीं पोस्ट तक पहुँचना धैर्य का काम है, यकीनन।
और ये रिमिक्स रचना हर बार की तरह शेफाली-ब्रांड...अहा, मजेदार !
सैकड़ा पूरा करने की बधाई।
जवाब देंहटाएंशतकपूर्ति पर बधाई. और कविता के लिए भी.
जवाब देंहटाएंmujhe to kavita aur kaviyatri dono hi bejod lage.
जवाब देंहटाएंkavita ke madhyam se kaviyatri apna parichay dene mein safal hui hai. bhavon aur shabdon ki pakad sarahneey hai.
dil se badhai!
Is shatak ke liye apka shat-shat abhinandan !!
जवाब देंहटाएंअरे बाप रे क्या लिखा है...बहुत बढ़िया...:)
जवाब देंहटाएंइतनी लम्बी कविता मज़ा आ गया पढ़ कर।
hey kay likha ha
जवाब देंहटाएं