शनिवार, 26 सितंबर 2009

कुछ ख़बरों का पोस्टमार्टम ....

कुछ ख़बरों का पोस्टमार्टम ...
..
चाँद पर पानी ....................
 
आदमी की आँखों से जब मर जाएगा
अभी तो मिला है चाँद पर ,
कल सूरज पर भी नज़र आएगा ....
 
शाइनी को स्लीप डिस्क का अटेक 
 
डॉक्टरों का चेहरा 
पड़ गया सर्द  
जिसके पास रीढ़
की हड्डी ही नहीं
उसको भी हुआ
रीढ़ में  दर्द ....
 
 
 

15 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सन्न्नाट कटाक्ष....

    ये तो वैसे ही सतसैया के दोहे हो गए:

    देखन में छोटे लगे, घाव करे गंभीर!!

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  2. क्या बात है!! बहुत सुन्दर
    रीढ की हड्डी --
    दर्द का क्या पता उस अंग मे ही हो जाये जो अंग हमारे पास है ही नही.

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  3. लघुता में प्रभुता मिले
    यहां पर तो प्रभु मिल गए
    अब काहे की दूरी

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  4. बहुत खूब...दशहरा की हार्दिक शुभकामना शेफाली जी...

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  5. मैं तो शैफाली पाण्‍डेय के खून में व्‍यंग्‍य परिक्षण करा रहा था पर ये तो स्‍वयं डाक्‍टर निकली। वाह, क्‍या पोस्‍टमार्टम किया है। वाह वाह वाह.... लेकिन मात्र दो.... मेरी अभिलाषा है कि आप इन्‍हें पूरा करो सौ...।

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  6. अच्छा मा साब...छुट्टी में ये सब चल रहा है..ठीक है ...मजेदार लगे रहिये....

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  7. क्या शेफाली?....आप भी कमाल करती हैँ....सिर्फ दो बाज़ुओं की चीराफाड़ी करी और कहती हैँ कि हो गया पोस्टमार्टम...

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  8. बढ़िया प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.
    ढेर सारी शुभकामनायें.

    SANJAY KUMAR
    HARYANA
    http://sanjaybhaskar.blogspot.com

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