[अ] मंगलसूत्र ......
यह
जो मेरे गले में
काला नाग बना
डसता रहा
जिससे
ना मैं बंधी
ना तू जुड़ा
तेरा भी मंगल नहीं
ना मेरा हुआ भला
यह घोर अमंगल
का प्रतीक, यह सूत्र
फांस बना चुभता रहा
तोड़ना इसको फिर भी
काम सबसे कठिन रहा
बहुत अच्छा लिखा.. कभी कभी संबंध निभाने मुशकिल होते है.. न जोडे बनते हैं न टूट ही पाते हैं.. और कभी कभी ऐसा भी होता है..अपनी खुशी में मेरे भी गम को निभाह लोइतना हंसों की आंख से आंसू निकल पडें
bahut jeevat vaali kavita haen bas aesae hi likhti rahen
एक सच ब्यान किया है आपने ..बहुत पसंद आई आपकी यह कविता ..आप बहुत अच्छा लिखती है
यह कविता ही है न ?कविता ही होयही कामना है।
अच्छी रचना...
बहुत असरदार रचना...महाराष्ट्र में मंगल सूत्र का बड़ा महत्व है...मेरी काम वाली बाई हंस के कहती है...ये कुत्ते का पट्टा है साहेब...नीरज
ये किसी के जीवन का सच भी होता है - लावण्या
Bahut bahut prabhaavshali dil ko chhoti rachna !itne kam shabdon me aapne sambandh aur vartmaan yatharth ka poora vivran de diya.
बहुत सुंदर रचना है ... बधाई।
बेहतरीन अभिव्यक्ति!
बहुत अच्छा लिखा.. कभी कभी संबंध निभाने मुशकिल होते है.. न जोडे बनते हैं न टूट ही पाते हैं.. और कभी कभी ऐसा भी होता है..
जवाब देंहटाएंअपनी खुशी में मेरे भी गम को निभाह लो
इतना हंसों की आंख से आंसू निकल पडें
bahut jeevat vaali kavita haen bas aesae hi likhti rahen
जवाब देंहटाएंएक सच ब्यान किया है आपने ..बहुत पसंद आई आपकी यह कविता ..आप बहुत अच्छा लिखती है
जवाब देंहटाएंयह कविता ही है न ?
जवाब देंहटाएंकविता ही हो
यही कामना है।
अच्छी रचना...
जवाब देंहटाएंबहुत असरदार रचना...महाराष्ट्र में मंगल सूत्र का बड़ा महत्व है...मेरी काम वाली बाई हंस के कहती है...ये कुत्ते का पट्टा है साहेब...
जवाब देंहटाएंनीरज
अच्छी रचना...
जवाब देंहटाएंये किसी के जीवन का सच भी होता है
जवाब देंहटाएं- लावण्या
Bahut bahut prabhaavshali dil ko chhoti rachna !
जवाब देंहटाएंitne kam shabdon me aapne sambandh aur vartmaan yatharth ka poora vivran de diya.
बहुत सुंदर रचना है ... बधाई।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अभिव्यक्ति!
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