कुमाउँनी चेली
मंगलवार, 9 मार्च 2010
बंद करो घर के अन्दर यह ...
साथियों, बहुत समय बाद क्षणिका का मौसम आया है ....
बंद करो .......
तोड़ फोड़
मार पीट
गली - गलौज
चीख पुकार
बार बार ,
पत्नी को
कहना ही पड़ा
आखिरकार
कृपया,
घर में प्रयोग
मत कीजिये
संसदीय भाषा,
और संसदीय व्यवहार ...
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