१८ अप्रेल की शाम एक अविस्मरणीय शाम बन गयी ....क्यूंकि इस दिन हमने दिल्ली में अपनी ऑरकुट की एक कम्युनिटी के सदस्यों से वास्तविक मुलाक़ात की ..'.सृजन का सहयोग'....जिसको आभा जी चलती हैं ...एवं राजेश जी के संयुक्त प्रयासों से यह आयोजन सफल हो सका ...सभी लोग एक दुसरे से रूबरू हुए ....अपनी अपनी रचनाएँ सुनाईं गईं ...और अंत में एक शानदार रात्रि भोज का आयोजन किया गया ...सभी लोग एक दूसरे से मिल कर बहुत प्रसन्न हुए ... कभी सोचा भी नहीं था की इस तरह से हम लोग मिल पाएँगे ...
ऑरकुट की कम्युनिटी के सदस्यों से वास्तविक मुलाक़ात- यह भी खूब रही. देखकर अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंवाह !! बहुत अच्छा लगा होगा आप सबों को।
जवाब देंहटाएंतसवीरें बयां कर रही हैं ख़ुशी का राज़ ....जानकार बहुत अच्छा लगा की कम्युनिटी वाले लोग यूँ मिले
जवाब देंहटाएंमेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
सुन्दर चित्रों के साथ 'सृजन का सहयोग' सराहनीय प्रयास है।
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत अच्छा रहा। हमें भी अच्छा लगा जानकर।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लगा यह तो ..मिलना मिलाना तो यूँ होना ही चाहिए ..
जवाब देंहटाएंतो दिल्ली में मिले सब
जवाब देंहटाएंबेदिलों को कूट दिया।