ये घर भी तो एक संसद है ?
हम मेज थपथपाकर इस बात का स्वागत करते हैं
oyeeeeeeeeeeeee..gazabbbbbbbb....kya bat ki ...
बहुत बढिया.
बहुत बढिया....तालियाँ sss ... ssss ...
बढ़िया है। घुघूती बासूती
महिला आरक्षण विरोधी दलों के व्यवहार को बढ़िया श्रद्धांजलि
गजब की रचना है आपकी. बिल्कुल सहज और नवीन. सलाम है आपके लेखन को.रामराम.
वाह...बढ़िया व्यंग...सच आज संसद का यही हाल है..
जोर का झटका धीरे से लगे। जय हो।
बंद करो घर के अन्दर यह ... :...और हिम्मत हो तो निकल के आ जाओ बाहर!
बढियां कटाक्ष पर राजनीति में बेहयाई की कोई सीमा नहीं है
ha ha bahut badhiya....ekdum sateek...kataaksh :)
बढियां कटाक्ष
:D Mazedar
वाह वाह बहुत खूब। बधाई
शेफाली ! आपकी हर पोस्ट निराली !!!!!!!
माफ़ी चाहूँगा, मैं आपके ब्लॉग पर बहुत बार विजिट करता हूँ और हर बार कमेन्ट भी करता हूँ. लेकिन, पता नहीं क्यों मेरी कमेन्ट पब्लिश नहीं हो पा रही???धन्यवाद.WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
ये घर भी तो एक संसद है ?
जवाब देंहटाएंहम मेज थपथपाकर इस बात का स्वागत करते हैं
जवाब देंहटाएंoyeeeeeeeeeeeee..gazabbbbbbbb....kya bat ki ...
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया.
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया....
जवाब देंहटाएंतालियाँ sss ... ssss ...
बढ़िया है।
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती
महिला आरक्षण विरोधी दलों के व्यवहार को बढ़िया श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंगजब की रचना है आपकी. बिल्कुल सहज और नवीन. सलाम है आपके लेखन को.
जवाब देंहटाएंरामराम.
वाह...बढ़िया व्यंग...सच आज संसद का यही हाल है..
जवाब देंहटाएंजोर का झटका धीरे से लगे। जय हो।
जवाब देंहटाएंबंद करो घर के अन्दर यह ... :...और हिम्मत हो तो निकल के आ जाओ बाहर!
जवाब देंहटाएंबढियां कटाक्ष पर राजनीति में बेहयाई की कोई सीमा नहीं है
जवाब देंहटाएंha ha bahut badhiya....ekdum sateek...kataaksh :)
जवाब देंहटाएंबढियां कटाक्ष
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जवाब देंहटाएंवाह वाह बहुत खूब। बधाई
जवाब देंहटाएंशेफाली ! आपकी हर पोस्ट निराली !!!!!!!
जवाब देंहटाएंमाफ़ी चाहूँगा, मैं आपके ब्लॉग पर बहुत बार विजिट करता हूँ और हर बार कमेन्ट भी करता हूँ. लेकिन, पता नहीं क्यों मेरी कमेन्ट पब्लिश नहीं हो पा रही???
जवाब देंहटाएंधन्यवाद.
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