दुःख भरे दिन बीते रे भैया
नाचो, गाओ, ता ता थैया ।
दुनिया भर का टूर लगायो
भाषण देकर जी बहलायो
हर लाइन पर ताली बजवायो
यदा - कदा जब देश में आयो
वायदों की जब याद दिलायो
'जुमला' कह दिया दैया रे दैया ।
दुःख भरे दिन बीते रे भैया
नाचो, गाओ, ता ता थैया ।
जगमग - जगमग फोटो खिंचायो
चमचम - चमचम सेल्फ़ी लगायो
ढोल पीटो, वंशी बजायो
झूला झूलो, पींग बढ़ायो
क्यों न करो तुम गलबहियां
जब कोतवाल भये सैयां ।
दुःख भरे दिन बीते रे भैया
नाचो, गाओ, ता ता थैया ।
विदेशों में जलवा ढायो
फ्रंट पर 'टाइम' के छायो
ट्विटर, फेसबुक पर लाइक पायो
हर चैनल तुमरे ही गुन गायो
पाठ्येत्तर में पूरे नंबर, पर
पाठ्यक्रम में शून्य आयो ।
अच्छे दिन से तौबा रे तौबा
दिन बुरे ही भले थे भैया ।
दुःख भरे दिन बीते रे भैया
नाचो, गाओ, ता ता थैया ।
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, ४२ साल की क़ैद से रिहाई - ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंहहहहहहा :-) बहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
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